India

Jan 13 2024, 11:41

बंगाल में साधुओं से हैवानियत, बच्चा चोर समझकर भीड़ ने निर्वस्त्र कर पीटा, बीजेपी ने ममता सरकार को घेरा

#purulia_sadhu_mob_lynching_bjp_leader_amit_malviya_share_video

पश्चिम बंगाल में पालघर जैसी घटना सामने आई है। यहां भीड़ द्वारा साधुओं की पिटाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा लगातार राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर हमला बोल रही है।

पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया

गुरुवार शाम को यहां भारी भीड़ ने यूपी के 3 साधुओं को बच्चा चोर समझकर बेरहमी से पीटा। इस मामले में पुलिस ने 12 लोगों को हिरासत में लिया है।यह मामला पुरुलिया जिले का बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसका 30 सेकंड का वीडियो भी वायरल हो रहा है। बीजेपी नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि बंगाल में अब पालघर जैसी घटना सामने आई है।मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को टीएमसी के कार्यकर्ताओं ने निर्वस्त्र कर पीटा है।

सेल प्रमुख अमित मालवीय ने शेयर किया वीडियो

अमित मालवीय ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा “ममता बनर्जी की चुप्पी पर शर्म आनी चाहिए! क्या ये हिंदू साधु आपकी मान्यता के योग्य नहीं हैं? यह अत्याचार जवाबदेही की मांग करता है।” इस घटना की तुलना 2020 के पालघर मॉब लिंचिंग से करते हुए अमित मालवीय ने लिखा, ”पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से बिल्कुल चौंकाने वाली घटना सामने आई… मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े अपराधियों ने निर्वस्त्र कर पीटा।” यह दावा करते हुए कि पश्चिम बंगाल में हिंदू होना अपराध है, भाजपा नेता ने कहा, “ममता बनर्जी के शासन में, शाहजहां शेख जैसे आतंकवादी को राज्य संरक्षण मिलता है और साधुओं की हत्या की जा रही है।

ये है पालघर का मामला

बता दें कि 16 अप्रैल, 2020 को 72 साल के संत महाराज कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के सुशील गिरी महाराज के साथ एक कार ड्राइवर की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। दोनों साधू अपने गुरु के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने के लिए मुंबई से सूरत जा रहे थे। दोनों ही साधुओं पर कार ड्राइवर पर बच्चा चोरी करने का आरोप लगाकर भीड़ ने हत्या की थी।

India

Jan 13 2024, 11:10

उत्तर भारत में शीतलहर और कोहरे का डबल अटैक, दिल्ली में आज सीजन की सबसे ठंडी रही सुबह, थमी ट्रेन-गाड़ियों की रफ्तार

#delhi_safderjung_reported_the_minimum_temperature_is_3

उत्तर भारत कड़ाके की ठंड के चपेट में है। दिल्ली-एनसीआर में कोहरे के साथ-साथ शीतलहर चल रही है। इसके चलते तापमान में खासी गिरावट आई है। शनिवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3 तक डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान 19 के आसपास रहने का अनुमान हैं।दिल्ली में आज इस सर्दी के मौसम की सबसे ठंडी सुबह हुई है।वहीं मौसम विभाग ने दिल्ली-NCR के लिए आज और कल सर्दी का यलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अभी कुछ दिनों तक सुबह और शाम कोहरे की मार जारी रहेगा। वहीं उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड, जम्मू में कड़ाके की ठंड ने कहर बरपाया हुआ है। कोहरे के चलते सड़कों पर वाहन रेंगते हुए नजर आए।सर्दी और कोहरे के चलते सड़क यातायात के साथ ही रेलवे और हवाई सेवाएं प्रभावित हुईं हैं।

दिल्ली में सर्दी का येलो अलर्ट

शनिवार सुबह दिल्ली के कई इलाकों में कोहरा छाया रहा। कई जगहों पर दृश्यता शून्य रही। मौसम विभाग ने आज और कल सर्दी का यलो अलर्ट जारी किया है। अभी कोहरा कुछ दिन सवेरे और शाम को परेशान करने वाला है। मौसम ठंडा बना रहेगा और सर्द हवाएं लोगों की दुश्वारियां बढ़ाएंगी। दिन में बादल छाये रहने से रात का तापमान कुछ बढ़ सकता है। अनुमान है कि 10 जनवरी तक न्यूनतम तापमान बढ़कर आठ डिग्री तक पहुंच सकता है। जबकि अधिकतम तापमान स्थिर रहने का अनुमान है। शीतलहर के कारण कई ट्रेनें देरी से चलने के कारण हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।

घने कोहरे के कारण कम हो रही विजिबिलिटी

उत्तर भारत के कई हिस्सों में 30-31 दिसंबर से कड़ाके की पड़ रही है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के कई जिलों में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। पिछले दिनों मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। बारिश के चलते मैदानी इलाको में ठंड और बढ़ गई है। दिल्ली में शनिवार को विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर तक रिकॉर्ड की गईष विजिबिलिटी कम होने की वजह से 104 फ्लाइटें प्रभावित हुईं है। पंजाब के अमृतसर, यूपी के लखनऊ और वाराणसी में कोहरे के चलते विजिबिलिटी का स्तर 25 मीटर रहा। इसी तरह, चंडीगढ़, यूपी के बरेली, बिहार के पूर्णिया और असम के तेजपुर में 50 मीटर और हरियाणा के अंबाला और राजस्थान के गंगानगर में यह 200 मीटर विजिबिलिटी रही।

India

Jan 13 2024, 10:40

सीएम केजरीवाल को ईडी का चौथा समन, शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया

#ed_issues_fourth_summons_to_delhi_cm_arvind_kejriwal

दिल्ली शराब कांड में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें कम नहीं हो रही हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को ईडी ने एक बार फिर समन भेजा है। अरविंद केजरीवाल को मिला यह चौथा समन है। ईडी ने दिल्ली के सीएम को 18 जनवरी को दफ्तर में शराब घोटाला मामले में पूछताछ के लिए पेश होने को कहा है। अब देखना यह है कि आप के राष्ट्रीय संयोजक चौथी बार पूछताछ में शामिल होते हैं या नहीं। 

इससे पहले ईडी ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में दिल्ली के सीएम को दो नवंबर 2023, 21 दिसंबर 2023 और 3 जनवरी 2024 को पूछताछ के लिए बुलाया था। तीनों बार ईडी के सामने पूछताछ के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पेश नहीं हुए। हर बार उन्होंने एक चिट्ठी जारी कर ईडी के समन का गैर कानूनी बताया और इस बात का जवाब मांगा कि आखिर उन्हें प्रवर्तन निदेशालय किस हैसियत से बुलाना चाहता है, पहले वो इस बात को स्पष्ट करें।

वहीं, पार्टी दावा करती आई है कि दिल्ली के सीएम को गिरफ्तार किया जा सकता है। हालांकि इस तरह के दावे को ईडी ने अफवाह बताया था। बीते साल अप्रैल में इस मामले के संबंध में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने सीएम केजरीवाल से पूछताछ की थी, लेकिन एजेंसी ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया था।

India

Jan 13 2024, 10:04

इंडिया गठबंधन की महत्वपूर्ण बैठक आज

इंडिया गठबंधन की आज महत्वपूर्ण बैठक होगी. 11:30 बजे दिन में यह बैठक वर्चुअल होगी इस बैठक में इंडिया गठबंधन के सभी बड़े नेता मौजूद रहेंगे. 

राहुल गांधी की नई यात्रा शुरू होने से 1 दिन पहले यह बैठक बुलाई गई है इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे राहुल गांधी ममता बनर्जी अरविंद केजरीवाल नीतीश कुमार के साथ-साथ उद्धव ठाकरे भी मौजूद रहेंगे.

 इस बैठक में इस बात की पूरी संभावना है कि कांग्रेस के तरफ से इंडिया गठबंधन के संयोजक के लिए नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव आएगा और सभी दल उसका समर्थन करेंगे. सीट बंटवारे को लेकर भी आज की बैठक में महत्वपूर्ण चर्चा होगी.

India

Jan 12 2024, 21:57

यूपी के इस जिले में बने चांदी के बर्तन में लगेगा रामलला को प्रसाद का भोग, फेमस संत ने कराया है तैयार

डेस्क: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में बने चांदी के बर्तन में भगवान श्रीराम को प्रसाद का भोग लगेगा। भगवान राम को प्रसाद का भोग लगाने के लिए विशेष तौर पर चांदी के पांच बर्तन तैयार किए गए हैं। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा के दिन मिर्जापुर से देवरहा हंस बाबा आश्रम की तरफ से चांदी के बने पांच बड़े बर्तनो कों भेजा जा रहा है। इन चांदी के बर्तनों को प्रसिद्ध संत देवराहा हंस बाबा की तरफ से खास तौर से बनवाया गया है। 

देवरहा हंस बाबा भेज रहे हैं ये बर्तन

मिली जानकारी के अनुसार, देवरहा हंस बाबा आश्रम के प्रसिद्ध संत देवरहा हंस बाबा भगवान राम को लड्डुओं का भोग लगाने के लिए चांदी के बने पात्र को भेज रहे हैं। चांदी के बने इन्ही बर्तनो में रख कर भगवान को प्रसाद का भोग लगाया जायेगा। आश्रम का कहना है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत मौजूद विशिष्ट अतिथियों द्वारा इन चांदी के बर्तनों में भगवान राम को भोग लगाया जायेगा। आश्रम से जुड़े ट्रस्टी का कहना है कि अयोध्या भेजने के लिए पांच चांदी के बर्तन खास तौर से बनवाया गया है जिसे आश्रम से अयोध्या भेजा जा रहा है।

22 जनवरी को होगी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा

 बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में हो रहे श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर मिर्जापुर से भी बड़ी तैयारी की गयी है। बताया जा रहा है कि देवरहा हंस बाबा आश्रम से कुछ संत ये बर्तन लेकर अयोध्या जाएंगे। वहीं, अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तैयारी तेज कर दी गई है। नगर को सुंदर तरीके से सजाया जा रहा है। पीएम मोदी समेत कई जाने-माने लोग और साधु-संत प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत करेंगे।

India

Jan 12 2024, 21:53

कांग्रेस की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' की जगह बदली, अब इंफाल से नहीं बल्कि थौबुल से शुरू होगी, ये है वजह

डेस्क: कांग्रेस 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद अब 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू कर रही है। यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के इंफाल से शुरू होनी थी, लेकिन अब इसका स्थान बदल दिया गया है। अब राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जाने वाली यह यात्रा इंफाल से 34 किलोमीटर दूर थौबुल से शुरू होगी। कांग्रेस पार्टी ने बताया कि यह बदलाव सरकार की शटरों की वजह से किया गया है। पार्टी ने बताया कि सरकार ने जो शर्तें रखी थीं, उसके साथ इंफाल में यात्रा शुरू नहीं हो सकती थी। जिसके बाद इसके स्थान में बदलाव किया गया।

2 जनवरी को मांगी गई थी यात्रा की अनुमति

मणिपुर कांग्रेस के प्रमुख कीशम मेघचन्द्र ने बताया कि साल की शुरुआत में 2 जनवरी को जिला प्रशासन से इम्फाल के हप्ता कांगजेइबुंग मैदान से यात्रा शुरू करने की अनुमति मांगी थी। प्रशासन ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए यात्रा की इजाजत देने से इनकार कर दिया। इसके बाद वह 10 जनवरी को प्रदेश के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से मिले। उन्होंने कुछ शर्तों के साथ यात्रा की अनुमति दे दी। इसमें एक प्रमुख शर्त यह थी कि यात्रा में केवल एक हजार लोग ही शामिल होंगे। इससे ज्यादा लोगों को कार्यक्रम स्थल पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

'सरकार की शर्तें हमारे लिए चिंताजनक थीं'

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि शर्तें हमारे लिए चिंताजनक थीं। 10 जनवरी को देर रात थौबल जिले के डिप्टी कमिश्नर ने खोंगजोम के प्राइवेट ग्राउंड से यात्रा की अनुमति दी। इसके बाद हमने जगह बदलने का फैसला किया। 14 जनवरी को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे यहीं से यात्रा को हरी झंडी दिखाएंगे। रूट में कोई बदलाव नहीं होगा। वहीं इससे पहले कीशम मेघचंद्रा ने कहा था कि हम वास्तव में सरकार को दुनिया को यह दिखाने में मदद करने की कोशिश कर रहे हैं कि मणिपुर सामान्य स्थिति में लौट रहा है।

14 जनवरी से शुरू हो रही है यात्रा 

बता दें कि इस बार भी यात्रा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली जाएगी। इस यात्रा से जुड़ने के लिए इंडिया गठबंधन के नेताओं, कांग्रेस के मित्र दलों और सिविल सोसाइटी को भी आमंत्रित किया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि 14 जनवरी से मणिपुर से मुंबई तक 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की जा रही है। 

इस दौरान 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के माध्यम से हम जनता से जुड़े मुद्दों पर बात करेंगे। उन्होंने कहा कि 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा', देशवासियों को आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक न्याय दिलाने की ओर हमारा एक मजबूत कदम है। 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' देश के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और बुनियादी मुद्दों को लेकर निकाली जा रही है।

India

Jan 12 2024, 20:51

जापान में भूकंप ने बदल दिया नजारा, तट से 820 फीट पीछे चला गया समुद्र, ऊपर उठ गए सी-बीच

डेस्क: जापान में नए साल की शुरुआत होते ही खतरनाक भूकंप से हाहाकार मच गया। भूकंप के चलते सुनामी की चेतावनी भी दी गई। हालांकि सुनामी नहीं आई। लेकिन इसी बीच में खतरनाक भूकंप के चलते समुद्र तट का नजारा ही बदल गया। यहां भूकंप के बाद एक दो फीट नहीं बल्कि समुद्र 820 फीट पीछे चला गया। यही नहीं, भूकंप के बाद जापान के तट ऊपर उठ गए, जिससे कि यह समुद्र पीछे चला गया। इस बात का पता सैटेलाइट की तस्वीरों से भी चल रहा है। 

सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार जापान में 1 जनवरी 2024 को आए भयानक भूकंप के बाद उसके तट 800 फीट से ज्यादा खिसक गए हैं। जापान के नोटो प्रायद्वीप में साल के पहले दिन 7.6 तीव्रता का भूकंप आया था। भूकंप के बाद सुनामी के डर से नोटो प्रायद्वीप के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया था। इसके बाद वहां की जमीन में फर्क दिखाई दे रहा है। कई द्वीप समंदर में थोड़ा ऊपर उठ गए हैं। इस वजह से समुद्र थोड़ा दूर खिसक गया है। 

भूकंप के कारण सूखे कई तट, नावों का पहुंचना हुआ मुश्किल

सैटेलाइट तस्वीरों से हम यह जान सकते हैं कि भूकंप के बाद​ स्थिति में कितना परिवर्तन आया है। तस्वीरों में ही आपको साफ-साफ अंतर पता चल जाएगा। इन तस्वीरों नाहेल बेलघेर्ज ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। भूकंप की वजह से कई तट सूख से गए हैं। अब तटों पर नावों का पहुंचना मुश्किल हो गया है। नोटो प्रायद्वीप में भूकंप और सुनामी के बाद यह भौगोलिक बदलाव देखने को मिलें हैं, जो कि एक खतरनाक स्थिति मानी जा सकती है।

दो फुटबॉल मैदान के बराबर पीछे हट गया समुद्र

अगर आप सैटेलाइट तस्वीरों को ध्यान से देखेंगे तो आपको दिखेगा कि पहले जहां तक पानी था, अब वहां पर सूखा हुआ है। पानी काफी पीछे चला गया है। करीब 820 फीट पीछे, जो कि दो अमेरिकी फुटबाल मैदान की लंबाई के बराबर होता है। टोक्यो यूनिवर्सिटी के भूकंप का शोध करने वाले इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने कहा है कि भूकंप के बाद नोटो प्रायद्वीप में काइसो से आकासाकी तक दस जगहों पर तटीय जमीन ऊपर उठ गई है। यानी समंदर का पानी और नीचे चला गया है। इस प्रक्रिया को 'कोसीस्मिक कोस्टल अपलिफ्ट' कहते हैं।

सैटेलाइट तस्वीरों में हुई पुष्टि

आकासाकी बंदरगाह पर 14 फीट ऊंची सुनामी लहरें आई थीं। यह पता चला है वहां की इमारतों की दीवारों पर पड़े निशान से। जापानी स्पेस एजेंसी JAXA के ALOS-2 सैटेलाइट ने भी कोस्टल अपलिफ्ट को दर्ज किया है।

India

Jan 12 2024, 19:35

मुझे नहीं मिला रामलला प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का न्योता', अयोध्या जाने के सवाल पर बोले सपा प्रमुख अखिलेश यादव

डेस्क: राजनेताओं का अयोध्या जाना या ना जाना अब एक बड़ा सवाल बन चुका है। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 6 हजार से अधिक लोगों को निमंत्रण भेजा गया है। इसमें कई विपक्षी दलों के नेताओं को भी न्योता दिया गया है। जिसमें से कई तो अयोध्या जा रहे हैं तो कई नेताओं ने इस निमंत्रण को ठुकरा दिया है। अब उनके निमंत्रण ठुकराने पर विवाद खड़ा हो रहा है। इसी से जुड़े एक सवाल के जवाब में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मुझे निमंत्रण नहीं मिला है।

'निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाये'

लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत के दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बताया कि उन्हें अयोध्या में होने जा रहे भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का निमंत्रण न तो व्यक्तिगत रूप से और न ही कोरियर से मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है तो उसकी रसीद उन्हें दिखा दी जाये, ताकि यह पता चल सके कि निमंत्रण सही पते पर ही भेजा गया है या नहीं। 

'बीजेपी के लोग अन्य लोगों को अपमानित करने का काम करते हैं'

अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किये जाने के सवाल पर कहा, "बीजेपी के लोग अन्य लोगों को अपमानित करने का काम करते हैं। मुझे कोई निमंत्रण नहीं मिला हैं । जब हम कोई कार्यक्रम करते हैं तो अपने परिचित को ही निमंत्रण देते हैं। हम किसी राह चलते को निमंत्रण नहीं देते। हमें कोई निमंत्रण नहीं दिया गया है।'' इस पर एक पत्रकार ने कहा कि सपा प्रमुख को निमंत्रण कोरियर से भेजा गया है। इस पर अखिलेश ने कहा, ''अब यह बात सामने आ रही हैं कि मुझे कोरियर से निमंत्रण भेजा गया हैं । मैं कहता हूं कि आप मुझे कोरियर की रसीद दिलवा दो ताकि हम पता कर लें कि निमंत्रण हमारे ही पते पर आ रहा है या किसी दूसरे पते पर जा रहा है।’’ 

इससे पहले विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल से पूछा गया कि क्या सपा प्रमुख अखिलेश यादव को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए निमंत्रण भेजा गया हैं ? इस पर उन्होंने जवाब दिया, "निमंत्रण उन तक पहुंचा हैं, या नहीं, यह मैं नही कह सकता लेकिन निमंत्रण सूची में उनका नाम है।" वहीं इससे पहले कांग्रेस आलाकमान भी इस निमंत्रण को ठुकरा चुका है। बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में भगवान राम के बाल स्वरूप के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।

India

Jan 12 2024, 18:42

21 जनवरी को दिल्ली से अयोध्या के लिए टेक ऑफ करेगी स्पेशल फ्लाइट, जानिए कितना होगा किराया

स्पाइसजेट एयरलाइन्स ने अयोध्या में ऐतिहासिक 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह के लिए विशेष उड़ान का ऐलान किया है. Spicejet 21 जनवरी, 2024 को दिल्ली से अयोध्या के लिए एक स्‍पेशल फ्लाइट आरम्भ करेगा. यह फ्लाइट 22 जनवरी को राम मंदिर प्राण प्रतिष्‍ठा में शामिल होने वाले भक्तों के लिए चलाई जाएगी. साथ ही वापसी के लिए भी फ्लाइट चलेगी. 

स्‍पाइसजेट की विशेष फ्लाइट देश कि राजधानी दिल्ली से दोपहर 1:30 बजे रवाना होगी, जो 3 बजे तक अयोध्या में उतरेगी. वहीं वापसी के लिए अगले दिन यानी 22 जनवरी को शाम 5 बजे अयोध्या से टेक ऑफ करेगी और शाम 6:30 बजे दिल्ली पहुंचेगी. स्‍पाइसजेट ने बताया है कि 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक मौका है और इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल होने वाले तीर्थयात्रियों और यात्रियों की सुविधा में योगदान करने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं. 

 

बता दें कि दिल्‍ली से अयोध्‍या के लिए इंडिगों ने भी फ्लाइट सर्विस शुरू की है. Indigo की वेबसाइट के अनुसार, 20 जनवरी 2024 को फ्लाइट का टिकट 15,193 रुपये प्रति यात्री है. यह फ्लाइट दोपहर 12.45 बजे दिल्‍ली से टेक ऑफ करेगी और 1.20 घंटे की यात्रा के बाद 2 बजे अयोध्‍या उतरेगी. इसके अलावा, इंडिगो ने अहमदाबाद और मुंबई से भी फ्लाइट की सुविधा आरम्भ की है.

India

Jan 12 2024, 18:40

राम मंदिर का न्योता ठुकराने के बाद ज्ञान बांट रहे दिग्विजय सिंह के भाई ने ही लगा दी क्लास, बोले- 'भुगतना पड़ेगा अंजाम'

कांग्रेस पार्टी द्वारा 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर प्रतिष्ठा समारोह को भाजपा-RSS का कार्यक्रम बताकर निमंत्रण ठुकराने के बाद, कई नेता इस पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे है। वही राम मंदिर का न्योता ठुकराए जाने पर बीजेपी जहां कांग्रेस की घेराबंदी में जुटी है तो अब पार्टी के अंदर भी आवाज उठने लगी है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि इसका नुकसान होगा और चुनाव में इसका परिणाम दिख जाएगा। उन्होंने पार्टी को यह भी याद दिलाया कि पूर्व पीएम राजीव गांधी ने ही ताला खुलवाया था।

मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस के पूर्व MLA ने कहा कि न्योते को ठुकराने से नुकसान हो चुका है तथा इसका परिणाम चुनाव में दिख जाएगा। उन्होंने कहा, 'जहां तक निमंत्रण का सवाल है इसको ठुकराने का क्या मतलब है। हम क्या संदेश दे रहे हैं। जब राजीव गांधी ने वहां ताला खुलवाया था। तो आप कौन हैं मना करने वाले। इस प्रकार के सलाहकार हमारा नेतृत्व रखेगा तो जैसे नतीजे आ रहे हैं वैसे आते रहेंगे। अब दोबारा विचार करें या ना करें, बयान बदले या ना बदलें, नुकसान हो चुका है और चुनाव में नजर आ जाएगा।'

वही इसको लेकर मोदी सरकार की मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि - कांग्रेस पार्टी का प्रभु श्री राम विरोधी चेहरा राष्ट्र के सम्मुख प्रस्तुत हो चुका है। इंडी एलायंस ने कॉन्ग्रेस के नेतृत्व में बार-बार हिन्दू धर्म का अनादर किया है। अब उनके नेताओं द्वारा प्राण-प्रतिष्ठा के पुण्य आमंत्रण को ठुकराना उनके सनातन विरोधी सोच को दर्शाता है।